दक्षिण पन्ना वन विभाग ने भालू के शिकार आरोपियों को दबोचा न्यायालय में पेश कर भेजा जेल
डॉग स्क्वॉड, टावर डंप डाटा, और वन अमले की मेहनत से प्रकरण में पाई सफलता_
*पन्ना*
दक्षिण पन्ना वनमण्डल की टीम ने सिर्फ 5 दिनों में ही जंगली भालू शिकार प्रकरण को सुलझा कर आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया है। दिनांक 28.10.2024 को रेंज ऑफिसर रजित द्विवेदी के नेतृत्व में रैपुरा परिक्षेत्र के वन अमले द्वारा बीट उ. जामुनडाड में एक मृत भालू पाया गया था। मामले को संज्ञान में लेते हुए, वनमण्डल अधिकारी के निर्देशानुसार वनपरिक्षेत्राधिकारी द्वारा वीरांगना दुर्गावती टाईगर रिजर्व सागर के डॉग स्क्वाड टीम को मौका स्थल पर सर्चिग हेतु बुलाया गया था। सर्चिग के दौरान जले हुये जी.आई. तार के टुकड़े पाए गए तथा खूँटी लगाने के निशान भी मिले। वनमण्डलाधिकारी दक्षिण पन्ना की उपस्थिति में, पन्ना टाईगर रिर्जव के वरिष्ठ वन्यप्राणी चिकित्सक ड्रॉ संजीव कुमार गुप्ता द्वारा मृत भालू का शव परीक्षण कराकर शव दाह कराया गया था। आरोपियों के चिन्हांकन के लिए टावर डंप डाटा भी मंगाया गया।
वन परिक्षेत्राधिकारी रैपुरा द्वारा टीम गठित कर आरोपियों की तलाश की गई। टीम द्वारा स्थल का पुनः निरीक्षण किया गया एवं संदेह के आधार पर विश्राम चौधरी पिता श्री किशोरा चौधरी साकिन कुआखेड़ा थाना रैपुरा, मुकेश चौधरी पिता श्री कन्छेदी चौधरी साकिन कुआखेड़ा थाना रैपुरा, अशोक पिता श्री शोभा चौधरी साकिन कुआखेड़ों थाना रैपुरा, दुर्गेश पिता श्री भारत चौधरी साकिन कुआखेड़ों थाना रैपुरा एवं लखन पिता श्री लीला आदिवासी साकिन डोहली थाना को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल किया जिससे उक्त आरोपियों को दिनांक 03.11.2024 को माननीय न्यायालय पवई के समक्ष पेश किया गया, जहाँ से उक्त सभी आरोपियों को जेल भेजा गया।
उपरोक्त कार्यवाही में राजित द्विवेदी, वन परिक्षेत्रधिकारी रैपुरा, रामगोपल विश्वकर्मा, परिक्षेत्र सहायक रैपुरा, श्री रामप्रताप गौतम, परिक्षेत्र सहायक बघवार, श्रीमती रंजना नागर परिक्षेत्र सहायक घुटेही, श्री प्रमोद गौड़, व.र. बीटगार्ड उ. जामुनड़ॉड, प्रेमशंकर ठाकुर व.र. बीटगार्ड रैपुरा, सुमन्त जागेत, व.र. बीटगार्ड अधराड़ श्री संदीप तिवारी, व.र. प्रदीप कुमार खरे, व. र. कमलकान्त प्यासी, व.र. श्री पप्पू कुशवाहा, व.र. अरविन्द्र सिंह, व.र. राकेश कुमार खरे, व. र. सतीश द्विवेदी, व.र. श्री जयप्रकाश सोनकर, व.र. धीरेन्द्र प्रताप सिंह, व.र. श्री रजनीश चौरसिया, व.र. लक्ष्मीकान्त तिवारी, व.र. एवं समस्त सुरक्षा श्रमिक शामिल रहे।